Morocco Earthquake : उत्तरी अफ्रीकी देश मोरक्को में 8 सितंबर शुक्रवार देर रात आए शक्तिशाली भूकंप में ऐतिहासिक शहर माराकेच सहित अन्य जगहों पर सैकड़ो लोगों के मारे जाने और इमारतों के धराशाई होने की ख़बरें आ रही है।
मोरक्को की सरकार ने शुरुआत में 296 लोगों की मौत की जानकारी दी थी। लेकिन अब मौत का यह आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। आंतरिक मंत्रालय द्वारा शनिवार सुबह दी गई जानकारी के अनुसार मरने वालों की संख्या 632 थी। लेकिन मोरक्को सरकार की तरफ़ से दी गई ताज़ा जानकारी के अनुसार मरने वालों की संख्या 820 हो गई है। इसके अलावा लगभग 329 लोग घायल हुए हैं। मौत एवं घायलों का यह आंकड़ा अभी और बढ़ने की आशंका है।
Morocco Earthquake में लापता हुए लोगों की तलाशी अभियान अभी जारी है। बचाव दल एटलस पहाड़ों के दूरदराज इलाकों में पहुंचकर भूकंप में लापता हुए लोगों को ढूंढने में लगा हैं। इस विनाशकारी भूकंप में मारे गए अधिकतर लोग माराकेच शहर और भूकंप केंद्र के पास स्थित पांच प्रांत अलहौज, अजीलाल, ओयरजाजेट, चिचौआ और तरौदान से है।
खतरनाक एवं उथला था यह Morocco का Earthquake
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) ke अनुसार Morocco का यह Earthquake स्थानीय समय अनुसार 11:11 पर आया था। इस भूकंप की तीव्रता 6.8 रिक्टर स्केल थी। लेकिन इसके ठीक 19 मिनट बाद USGS ने 4.9 तीव्रता का एक और भूकंप रिकॉर्ड किया। 20 मिनट के अंतराल में आए दो बड़े भूकंपों से इलाके में तहलका मच गया।
USGS के अनुसार भूकंप का केंद्र इघिल शहर था जो ऐतिहासिक शहर माराकेच से लगभग 70 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में स्थित है। USGS ने भूकंप का केंद्र पृथ्वी की सतह से लगभग 18.5 किलोमीटर नीचे बताया था। लेकिन मोरक्को की अपनी भूकंप एजेंसी ने केंद्र की गहराई सतह से 11 किलोमीटर नीचे बताई है।
विशेषज्ञों के अनुसार यह एक उथला हुआ भूकंप था। ऐसे भूकंप आमतौर पर सामान्य की अपेक्षा अधिक खतरनाक होते हैं। क्योंकि इनमें अन्य भूकंप की तुलना में अधिक ऊर्जा होती है। जबकि गहरे भूकंप काफी दूरी तक अपना प्रभाव छोड़ते हैं। क्योंकि गहराई की वजह से भूकंप की तरंगे रेडियल रूप से सतह की ओर ऊपर की ओर बढ़ती हैं।
क्यों आया यह Earthquake ?
रासायनिक संरचना के हिसाब से हमारी पृथ्वी मुख्य रूप से चार परतों से बनी हुई हैं। इसमें सबसे ऊपरी परत भूपर्पटी (क्रस्ट) होती हैं। क्रस्ट को प्रथ्वी की सबसे बाहरी परत भी कहते हैं, मेंटल (मध्य परत) और कोर (आंतरिक क्रोड) होती हैं। पृथ्वी के अंदर सात प्लेट्स होती हैं जो लगातार घूमती रहती है। जब ये प्लेट ज्यादा हिलती है एवं आपस में टकराती हैं तो हमें भूकंप का एहसास होता है।
वास्तविक रूप में देखा जाए तो मोरक्को के इस क्षेत्र में भूकंप दर काफी कम है। USGS ने पश्चिमी भूमध्य सागर में मोरक्को में आए इस भूकंप से भी बड़े विनाशकारी भूकंप दर्ज किए हैं।
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण संस्थान (USGS) ने Morocco के इस Earthquake का कारण “मोरक्कन हाई एटलस पर्वत श्रृंखला के भीतर उथली गहराई पर तिरछी रिवर्स फॉल्टिंग” बताया है। USGS के अनुसार ऐसे भूकंप एक जटिल प्लेट बॉउंड्री के साथ यूरेशियन प्लेट के संबंध में अफ्रीकी प्लेट के उत्तर की ओर कन्वर्जेंस के कारण आते हैं।
Morocco का ऐसा Earthquake जिसकी कोई तैयारी नहीं
USGS के अनुसार अफ्रीकी महाद्वीप के उत्तरी किनारो पर भूकंप अन्य भागों की अपेक्षा काफी कम आते हैं। मोरक्को उत्तरी अफ्रीका में पड़ता है और इस क्षेत्र में भूकंप समानता कम ही आते हैं। इस वजह से वहां भूकंप से निपटने के लिए इतनी तैयारी नहीं थी। नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ जियोफिजिक्स के एक वैज्ञानिक के अनुसार यह भूकंप मोरक्को के पर्वती क्षेत्र में अब तक का सबसे शक्तिशाली भूकंप था।
बता दें की मोरक्को के ऐतिहासिक शहर माराकेच में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल मौजूद है। भूकंप की वजह से इस मध्यकालीन शहर की दीवारों में बड़ी-बड़ी दरारें और टूटे हुए खंड दिखाई दे रहे हैं। भूकंप के केंद्र के पास के गांवों में हालात और भी खराब हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार गांव के लोग मलवे के नीचे दबे हुए थे। उन्हें बचाने के लिए बचाव दल के आपसी सहयोग किया जा रहा है। बचाव दल फिलहाल मलवे में दबे हुए लोगों को बाहर निकलने का काम कर रहा है।
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