Balasore Train Accident : क्या हादसे को धार्मिक ऐंगल से देखना सही है ? रेलवे बोर्ड ने आमिर ख़ान के फरार होने की खबर को बताया झूठा।

Balasore Train Accident: उड़ीसा के बालासोर में हुए भीषण ट्रेन हादसे में एक नया मोड़ सामने आया है। मीडिया पर चल रहीं खबरों के अनुसार केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के दौरान सोरो सिग्नल पर पदस्थ जेई आमिर खान से पूछताछ की एवं पूछताछ के बाद से ही आमिर खान फरार चल रहा है। सोशल मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार इस हादसे में आमिर खान जिम्मेदार है। ऐसा माना जा रहा है कि सोशल मीडिया पर उसे एक विशेष धर्म का बताकर टारगेट किया जा रहा है। हालांकि बाद में रेलवे ने इस ख़बर का खंडन किया कि सोशल मीडिया में चल रही खबरें निराधार है एवं झूठी हैं।

केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI ) ने सोमवार को जांच के दौरान जेई आमिर खान के किराए के घर को सील कर दिया। ऐसा माना जा रहा था कि बालासोर में हुए भीषण ट्रेन हादसे में इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम के साथ जानबूझकर छेड़खानी की गई है। जिसकी वजह से यह हादसा हुआ। हालांकि दक्षिण पूर्व रेलवे CPRO आदित्य कुमार चौधरी ने जूनियर इंजीनियर आमिर खान के लापता होने की बात को झूठा बताया एवं उन्होंने कहा कि पूरा स्टाफ मौजूद है मीडिया पर चल रही खबरें केवल अफवाह हैं।

Balasore Train Accident में जेई आमिर ख़ान से पूछताछ

जांच एजेंसी के अनुसार Balasore Train Accident को लेकर जूनियर इंजीनियर आमिर खान से CBI ने एक अज्ञात स्थान पर पूछताछ की थी। पूछताछ के बाद सीबीआई ने खान के किराए के घर पर पहुंचकर छानबीन करनी चाही लेकिन उन्हें आमिर खान का घर बंद मिला एवं परिवार भी गायब था। जिसके बाद सीबीआई ने आमिर खान का घर सील करने का फैसला किया। अब सीबीआई की तरफ से बयान आया है कि जूनियर इंजीनियर आमिर खान फरार नहीं है बल्कि वह मौजूद है।

रेलवे अधिकारियों ने बड़ी गंभीरता से इस बात को माना है कि इस ट्रेन हादसे में इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम के साथ छेड़खानी हुई है। हरी झंडी तभी दी जाती है, जब सिग्नल से संबंधित सभी शर्तें पूरी हो रही होती है कोई भी मामूली सी आशंका होने पर लाल सिग्नल दे दिया जाता है।

सिग्नल जेई का काम होता है बहुत महत्वपूर्ण

रेलवे में ट्रेनों के आवा-गमन में सिग्नल जूनियर इंजीनियर बहुत महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। वह सिग्नल उपकरणों को सेटअप करने, उनका रखरखाव एवं मरम्मत करने का काम करता है। जेई के मुख्य काम में सिग्नल मैनेजमेंट, ट्रैक सर्कीट, पॉइंट मशीन और इंटरलॉकिंग सिस्टम आदि को बड़ी सावधानी से ऑपरेट करना शामिल होता है। जूनियर इंजीनियर हर समय सुरक्षित ट्रेन संचालन बनाए रखने एवं प्रणालियों के सुचारू रूप से संचालन को सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाते हैं।

रेलवे कर्मचारियों की लापरवाही की गहन जांच

Balasore Train Accident के बाद 6 जून को सीबीआई ने इस हादसे की जांच अपने हाथों में ले ली। सीबीआई इस घटना से संबंधित सिग्नल, इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम आदि के साथ छेड़छाड़ की भी जांच बड़ी गहनता से कर रही है।

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इस जांच में फॉरेंसिक विशेषज्ञों का भी सहारा लिया जा रहा है। इसके अलावा बहनागा बाजार के स्टेशन मास्टर सहित अन्य कर्मचारियों की संलिप्तता की भी जांच की जा रही है। जांच पूरी होने पर हादसे के लिए जिम्मेदार कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात की जा रही है।

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