Barack Obama: ऐसा किसी ने भी नहीं सोचा था कि जो व्यक्ति 30 साल पहले अमरीका के वाइट हाउस के सामने फोटो खिंचवा रहा है। जिस व्यक्ति को अमेरिका ने वीजा देने से मना कर दिया था। उसी व्यक्ति के नाम के नारों से व्हाइट हाउस गूंज उठेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय अमेरिका के दौरे पर हैं और व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के भाषण के दौरान मोदी मोदी के नारे गूंजे। एक प्रधानमंत्री के तौर पर भारत के लिए यह गर्व करने वाली बात है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व्हाइट हाउस की राजकीय यात्रा में भी शामिल हुऐ। बता दें कि व्हाइट हाउस की राजकीय यात्रा में भारत की तरफ से अब तक केवल 2 प्रधानमंत्री शामिल हुए हैं। एक 2008 में पूर्व प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह और अब नरेंद्र मोदी हैं। आज की जरूरतों के हिसाब से पूरी दुनिया को भारत की जरूरत है।
अमेरिका भी यह बात काफी अच्छी तरीके से जानता है कि चाहे यूक्रेन-रूस युद्ध हो या वैश्विक बाजार हर जगह अमेरीका को भारत की ज़रूरत पड़ेगी ही पड़ेगी। इसी का नतीजा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन अपनी पत्नी समेत पीएम मोदी को लेने पहुंचे। बाइडेन ने पीएम मोदी के सम्मान में रेड कारपेट बिछा दिया।
लेकिन पीएम मोदी की इस यात्रा में रंग में भंग डालने का काम अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने किया। ओबामा ने एक टीवी इंटरव्यू में भारत के मुसलमानों को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया। ओबामा के इस बयान को भारत में कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों ने हाथों हाथ लेते हुए बीजेपी से सवाल करना शुरु कर दिए। बराक ओबामा द्वारा भारत के मुसलमानों को लेकर दिए गए इस अप्रत्याशित बयान को कांग्रेस एक हथियार के रूप में इस्तेमाल करना चाहती हैं।
क्या कहा Barack Obama ने अल्पसंख्यकों के बारे में
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि “भारत में मुसलमानों की स्थिति अच्छी नहीं है।” हालांकि इस इंटरव्यू की टाइमिंग पर भी सवाल उठ रहे हैं। ओबामा के इंटरव्यू के दौरान अमरीकी पत्रकार क्रिस्चियन अमनपोल ने उनसे भारत को लेकर सवाल पूछा इसके जवाब में ओबामा ने कहा कि “यदि भारत में जातीय अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा नहीं होती है, तो इस बात की बहुत संभावना है कि भारत में यह विभाजन का कारण बनेगी”।
इसके अलावा ओबामा ने कहा कि राजनयिक चर्चाओं में भारतीय लोकतंत्र की चिंताओं को भी शामिल किया जाना चाहिए। उन्होने ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री मोदी से मेरी बात होती तो मैं उनसे कहता कि अगर आप भारत के अल्पसंख्यकों को सुरक्षा नहीं देते है तो हो सकता है कि भारत कई टुकडों में टूट जाए। बराक ओबामा की इस बात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर एक तंज नजर आता है।
बता दें ये वही Barack Obama है जो अपने कार्यकाल के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गुणगान करते नहीं थकते थे। बराक ओबामा ने कई बार पीएम मोदी को अपना सबसे अच्छा दोस्त भी बताया था। इसके अलावा अमरीका के
वर्तमान में राष्ट्रपति जो बाइडेन भी उसी पार्टी से ताल्लुक रखते हैं जिस पार्टी से Barack Obama है। इसके बावजूद भी बराक ओबामा द्वारा मोदी की यात्रा के बीच में इस तरीके का बयान देना भारत और अमेरिका के रिश्तो में कड़वाहट की वजह भी बन सकती है।
ओबामा, पीएम मोदी को अपना सबसे अच्छा दोस्त बताते थे।
पीएम मोदी और बराक ओबामा के बीच मजबूत रिश्ते का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि सन 2017 में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओबामा को गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के रुप में आमंत्रित किया था। बराक ओबामा ऐसे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति थे जो गणतंत्र दिवस जैसे किसी राष्ट्रीय समारोह में मुख्य अतिथि के रुप में शामिल हुए थे।
बराक ओबामा भी मोदी के इस आमंत्रण को स्वीकार करते हुए मुख्य अतिथि के रूप में गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल हुए थे। इसके अलावा राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कई बार सार्वजनिक मंचो पर प्रधानमंत्री मोदी की कार्यशैली एवं उनके प्रयासों की सराहना की थी।
बीजेपी ने किया ओबामा पर पलटवार, पहले खुद को देखें
पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा (Barack Obama) द्वारा भारत के बारे में दिए गए इस विवादित बयान के बाद बीजेपी की तरफ ओबामा को नसीहत देते हुए कहा है कि अमेरिका में ब्लैक कम्युनिटी विवाद पर ध्यान दें। बता दें कि अमेरिका में गोरे लोगों और काले लोगों के बीच हमेशा विवाद बना रहता है। कुछ समय पहले अमेरीका में Black Lives Matter काफ़ी चर्चाओं में रहा था।
Also Read – आखिर क्यों अमेरिका, भारत को NATO में शामिल करने के लिए उतावला है? क्या भारत को रूस से अलग करने की मंशा है ?
इसके अलावा बीजेपी की तरफ से कहा गया कि ये वही बराक ओबामा है जिन्होंने लीबिया, इराक, अफगानिस्तान और सीरिया में लगभग 26 हज़ार से अधिक बम दागे थे। इन मुसलमान देशों में हजारों लोगों की मौत अमेरिका की इसी बमबारी के वजह से हुई थी। दुनियाभर में इतनी तबाही मचाने के बाद बराक ओबामा को भारत को समझाने की जरूरत नहीं है।
एक ऐसे समय में जब अमेरिका, भारत को साथ लाने के लिए एवं भारत की रूस से दूरियां बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है, इसी बीच Barack Obama का भारत के विरोध में यह बयान कहां तक उचित है इससे अमेरिका और भारत की दूरियां बढ़ने की संभावना है।
सभी नवीनतम समाचार, दुनिया समाचार, क्रिकेट समाचार, बॉलीवुड समाचार, पढ़ें,
राजनीति समाचार और मनोरंजन समाचार यहाँ। हमे फेसबुक, गूगल न्यूज़ तथा ट्विटर पर फॉलो करें