राजौरी हमला: जम्मू-कश्मीर में सेना के वाहनों पर हुए आतंकी हमले में तीन जवान शहीद, तीन घायल; पाकिस्तान की ओर से योजनाबद्ध हमला

जम्मू-कश्मीर के राजौरी में गुरुवार (21 दिसंबर) को आतंकवादियों ने सेना के दो वाहनों पर घात लगाकर हमला किया। हमले में तीन जवान शहीद हो गए, जबकि तीन जवान घायल हो गए हैं। यहां अब भी लगातार गोलीबारी हो रही है। एक महीने से भी कम समय में इस क्षेत्र में सेना पर यह दूसरा आतंकी हमला है। इससे पहले 22 नवंबर को राजौरी में हुए एनकाउंटर में 5 जवान शहीद हुए थे।

सूत्रों के मुताबिक, यह हमला थानामंडी-सुरनकोट रोड पर डेरा की गली (डीकेजी) नाम के इलाके में हुआ है। यह वाहन जवानों को लेकर सुरनकोट और बफलियाज जा रहे थे, जहां बुधवार रात सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया था। अभियान में शामिल सुरक्षाबलों से सेना का कॉन्टैक्ट आज हो पाया, जिसके बाद यहां अतिरिक्त सुरक्षाबल भेजा जा रहा था।

पूर्व डीजीपी का बयान

जम्मू-कश्मीर के पूर्व डीजीपी एसपी वैद ने कहा- आर्मी व्हीकल पर हमला पाकिस्तान की तरफ से योजनाबद्ध तरीके से किया गया। जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने के बाद जो सकारात्मक बदलाव हुए हैं, आतंकी इस नैरेटिव को बदलना चाहते हैं।

एक दिन पहले सुरनकोट के पुलिस कैंप में हुआ था ब्लास्ट

पुंछ के सुरनकोट इलाके में 19-20 दिसंबर की दरम्यानी रात एक पुलिस शिविर में ब्लास्ट हुआ था। पुलिस अधिकारियों ने बुधवार (20 जनवरी) को इस घटना की जानकारी दी। ब्लास्ट इतना जोरदार था कि पुलिस कैंप में खड़े कई वाहनों की खिड़कियों के शीशे टूट गए।

इंटेलिजेंस के मुताबिक, 250-300 आतंकी भारत में घुसपैठ को तैयार

16 दिसंबर को BSF के एक सीनियर अफसर ने इंटेलिजेंस के हवाले से जानकारी दी थी कि पाकिस्तान सीमा में 250 से 300 आतंकी लॉन्चपैड पर हैं। ये जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ की फिराक में हैं। अफसर ने बताया कि सुरक्षाबलों को अलर्ट कर दिया गया है। सीमा पार से किसी भी तरह की घुसपैठ की कोशिश नाकाम कर दी जाएगी।

बीएसएफ के आईजी अशोक यादव ने पुलवामा में बताया कि आतंकी गतिविधियों को देखते हुए हम (बीएसएफ) और सेना संवेदनशील इलाकों पर नजर रखे हुए हैं और सतर्क हैं। पिछले कुछ सालों में सुरक्षाबलों और कश्मीर के लोगों के बीच जुड़ाव बढ़ा है। अगर लोग हमारा सहयोग करें तो हम विकास के कामों को बेहतर तरीके से आगे बढ़ा सकते हैं।

जम्मू-कश्मीर में पिछली 6 आतंकी वारदातें…

पहला: 22 नवंबर को राजौरी में हुए हमले में 5 जवान शहीद हुए थे

जम्मू के राजौरी इलाके में 22 नवंबर को सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में 5 जवान शहीद हुए थे। ये मुठभेड़ 34 घंटे चली थी, जिसमें सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया था। डिफेंस PRO ने बताया था कि मारे गए एक आतंकी का नाम कारी है। वह पाकिस्तानी नागरिक था। उसे पाक और अफगान मोर्चे पर ट्रेंड किया गया था।

दूसरा: 17 नवंबर को 2 एनकाउंटर, 6 आतंकी मारे गए

17 नवंबर को राजौरी और कुलगाम में दो अलग-अलग एनकाउंटर में 6 आतंकवादी मारे गए थे। पहला एनकाउंटर 16 नवंबर को कुलगाम में शुरू हुआ जो 17 नवंबर तक चला। इसमें 5 आतंकी मारे गए थे। ये सभी हाल ही में हुए टारगेट किलिंग में शामिल थे। दूसरा एनकाउंटर राजौरी में हुआ, जिसमें 1 आतंकी मारा गया था।

तीसरा: अक्टूबर में पुलिस इंस्पेक्टर को गोली मारकर हत्या

श्रीनगर में अक्टूबर ईदगाह इलाके में एक आतंकी ने पुलिस इंस्पेक्टर को तीन गोलियां मारी थीं। गोलियां उनके पेट, गर्दन और आंख में लगी थीं। इंस्पेक्टर की पहचान मसरूर अली वानी के रूप में हुई थी। हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन TRF ने ली है। हमला उस समय हुआ, जब मसरूर वानी स्थानीय लड़कों के साथ क्रिकेट खेल रहे थे।

चौथा: सितंबर में 3 अफसर, 2 जवान शहीद हुए थे

जम्मू-कश्मीर में 13 सितंबर को आतंकियों के साथ दो मुठभेड़ में 3 अफसर और दो जवान शहीद हो गए थे। शहीद अफसरों में सेना के एक कर्नल, एक मेजर और पुलिस के एक DSP शामिल थे। आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर सर्च ऑपरेशन के दौरान हमला किया था। इस दौरान दो आतंकी भी मारे गए। यहां सर्चिंग के दौरान सेना के डॉग की भी मौत हो गई थी।

पांचवां: 9 अगस्त को पकड़े गए थे 6 आतंकी

सुरक्षाबलों ने 15 अगस्त से पहले 6 आतंकियों को गिरफ्तार किया था। पहला मामला 9 अगस्त की रात का है, जहां कोकेरनाग के एथलान गडोले में तीन आतंकी पकड़े गए। मुठभेड़ के दौरान सेना के जवान समेत 3 लोग घायल हुए। दूसरा मामला उरी का है, जहां सुरक्षाकर्मियों ने लश्कर के 3 आतंकी पकड़े।

छठा: 6 अगस्त को तीन आतंकी मारे गए थे

6 अगस्त को भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन में LoC के पास दो आतंकियों को मार गिराया था। ये आतंकी LoC के पास घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। इसी दिन शाम को भी घुसपैठ की कोशिश कर रहे एक अन्य आतंकवादी को मार गिराया गया था।

बीते दो साल में राजौरी-पूंछ बेल्ट में हुए बड़े आतंकी हमले

2021: अक्टूबर में तीन बड़े हमले हुए

11 अक्टूबर 2021: पूंछ जिले की सुरनकोट तहसील के चामरेर जंगलों में सेना की आतंकियों के साथ मुठभेड़ हुई। इसमें एक JCO समेत पांच जवान शहीद हुए।

16 अक्टूबर 2021: पूंछ की मेंढार तहसील के भट्‌टा दुरियन इलाके में सेना और इन्हीं आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई। इसमें एक अन्य JCO समेत चार जवान शहीद हुए।

30 अक्टूबर 2021: राजौरी के नौशेरा सेक्टर में माइन ब्लास्ट में एक लेफ्टिनेंट और एक जवान की जान चली गई।

2022: अगस्त और दिसंबर में दो बड़े हमले

11 अगस्त 2022: राजौरी जिले के दरहल इलाके में परगल आर्मी कैंप पर आतंकियों ने हमला किया। इसमें पांच जवान शहीद हुए जबकि दो फिदायीनों को सेना ने मार गिराया।

18 दिसंबर 2022: राजौरी के अल्फा गेट के बाहर एक आतंकी हमले में दो नागरिक मारे गए।

साल 2023 में दस जवान शहीद हुए थे

1 जनवरी 2023 को राजौरी के डांगरी गांव में दो विदेशी आतंकवादियों ने फायरिंग और आईईडी ब्लास्ट कर अल्पसंख्यक समुदाय के सात लोगों की हत्या कर दी, जिनमें से दो नाबालिग थे.

20 अप्रैल 2023 को पुंछ जिले के मेंढर तहसील के भट्टा डूरियन इलाके में सुरक्षा बलों पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया था. परिणामस्वरूप, सेना के पांच जवान शहीद हो गए और एक जवान घायल हो गया।

5 मई, 2023 को राजौरी के कंडी में आतंकवादियों द्वारा एक IED विस्फोट को अंजाम दिया गया था, जिसके परिणामस्वरूप सेना के पांच पैरा कमांडो शहीद हो गए और एक मेजर घायल हो गए।

18 जुलाई 2023 को पुंछ जिले की सुरनकोट तहसील के सिंधारा टॉप इलाके में सुरक्षा बलों ने चार पाकिस्तानी आतंकवादियों को सफलतापूर्वक मार गिराया।

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