Luna 25 Crash : रूसी स्पेसक्राफ्ट चंद्रमा पर लैंडिंग के दौरान सतह पर टकराकर हुआ नष्ट, चंद्रयान 3 से पहले पहुंचने की थी उम्मीद।

Luna 25 Crash : बीते 11 अगस्त को रूस द्वारा चंद्रमा पर भेजा गया यान Luna 25 लैंडिंग के दौरान क्रैश होकर नष्ट हो गया। रूसी अंतरिक्ष एजेंसी ने रविवार को इस बात की पुष्टि की। इससे पहले चंद्रमा पर लैंडिंग से ठीक पहले ऑर्बिट में स्थानांतरित होते समय आपातकाल स्थिति की सूचना भी आई थी।इसके एक दिन बाद रविवार को लूना 24 के क्रैश होने की पुष्टि हुई। 1976 में सोवियत संघ द्धारा भेजा गया Luna 24 के बाद लगभग 47 साल बाद रूस का यह पहला चांद मिशन था। Luna 25 के भारत द्वारा भेजे गए चंद्रयान 3 से पहले चांद पर पहुंचने की उम्मीद थी। Luna 25 चंद्रमा पर सोमवार 21 अगस्त को उतरने की तैयारी कर रहा था।

Luna 25 Crash होने की मुख्य वजह

रूस की स्पेस एजेंसी रोस्कोस्मोस की तरफ़ से Luna 25 Crash होने पर कहा गया है कि 19 अगस्त को Luna 25 उड़ान कार्यक्रम के अनुसार अपनी प्री लैंडिंग कक्षा बनाने के लिए इसे गति प्रदान की गई थी। स्थानीय समयानुसार दोपहर करीब 2:57 पर Luna 25 का कम्युनिकेशन सिस्टम ब्लॉक हो गया। इस वजह से इस से संपर्क नहीं बनाया जा सके।

संपर्क न होने की वजह से Luna 25 पहले से तय अपनी इच्छित कक्षा में उतरने के बजाय अनियंत्रित होकर किसी अन्य जगह पर चला गया जिससे इसकी गति में कमी नहीं हुई और यह चंद्रमा की सतह से टकराकर नष्ट हो गया।

Chandrayaan-3 से पहले महज़ 11 दिनों में चांद पर पहुंचने का था लक्ष्य।

Luna 25, 11 अगस्त को पृथ्वी से छोड़े जाने के बाद चांद पर मात्र 11 दिनों में यानी 21 अगस्त को पहुंचाने की उम्मीद थी। यह स्पेसक्राफ्ट चंद्रमा पर सीधे रास्ते को अपनाते हुए भेजा गया था। इसके विपरीत भारत द्वारा भेजा गया चंद्रयान-3 पृथ्वी और चंद्रमा के गुरुत्वाकर्षण बल का प्रयोग करते हुए चंद्रमा पर पहुंचेगा। इसीलिए यह चंद्रमा और पृथ्वी का चक्कर लगाने की वजह से Luna 25 से अधिक समय ले रहा है।

Mission Moon

सोवियत संघ द्वारा 1976 में भेजा गया Luna 24 के बाद यह मिशन Luna 25 आखिरकार रविवार को फेल हो गया। आपको बता दें कि 2003 के बाद दुनिया भर के कई देशों ने चंद्रमा पर अपने अपने स्पेसक्राफ्ट भेजना का प्रयास किया जिसमें से 2007 में चीन और 2008 में भारत का चंद्रयान 1 मिशन ही सफल हुए थे।

चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग करना बेहद मुश्किल भरा काम होता है। पृथ्वी से चंद्रमा तक पहुंचने में यान को इतनी मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ता है जितना चंद्रमा पर आखिरी क्षणों में लैंडिंग करना मुश्किल भरा होता है। इसी का खामियाजा रूस के Luna 25 को उठाना पड़ा।

Luna 25 Crash होने के बाद अब सबकी निगाहें भारत के chandrayaan-3 पर होंगी। यदि chandrayaan-3 सफलतापूर्वक चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने में सफल रहता है तो यह संयुक्त राज्य अमेरिका तत्कालीन सोवियत संघ और चीन के बाद चंद्रमा पर अंतरिक्ष यान उतारने वाला दुनिया का चौथा देश बन जाएगा। आपको बता दें कि इस महीने के अंत तक जापान भी अपना मिशन मून लांच कर सकता है। इसके अलावा रूस Luna सीरीज का अगला मिशन Luna 26 को अगले 3 वर्षों के भीतर लॉन्च करेगा।

सभी नवीनतम समाचारदुनिया समाचारक्रिकेट समाचारबॉलीवुड समाचार, पढ़ें,

राजनीति समाचार और मनोरंजन समाचार यहाँ। हमे फेसबुकगूगल न्यूज़ तथा ट्विटर पर फॉलो करें।

खबर ये भी….

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *