अल पचीनो की प्रेमिका नूर अल्फल्लाह ने दिया बेटे को जन्म: पत्नी के विश्वास में बिखरते तार, पति के बदलते सवाल

83 वर्षीय हॉलीवुड स्टार, अल पचीनो, और उनकी 29 वर्षीय प्रेमिका और फिल्म निर्माता नूर अल्फल्लाह ने हाल ही में बेटे को जन्म दिया है। अल पचीनो और नूर अल्फल्लाह ने अपने नवजात बच्चे का नाम रोमन पचीनो रखा है। पहले जब नूर अल्फल्लाह की गर्भवती होने की खबर आई थी, तब अल पचीनो ने पैटर्निटी टेस्ट कराने की मांग की थी, ताकि उन्हें यह पता चल सके कि वाकाई यह बच्चा उनका है या नहीं। हालांकि, बाद में अल पचीनो ने खुद ही बताया कि वह चौथे बच्चे के पिता बन रहे हैं।

रिश्तों में विश्वास का महत्व

दरअसल, वैवाहिक या किसी भी रिश्ते में भरोसा एक महत्वपूर्ण तत्व होता है। जब विश्वास से समझौता किया जाता है, तो पति-पत्नी या संबंधित व्यक्ति के बीच यह भरोसा टूटता है, उनका रिश्ता कमजोर होने के साथ-साथ दुखद भी होता है। ऐसा माना जाता है कि भरोसा टूटने से उत्पन्न होने वाला दर्द अक्सर तलाक या अलगाव का मुख्य कारण बनता है।

आजकल, कामकाजी पति-पत्नी के बीच ऐसे मामले भी देखे जा रहे हैं, जहां भरोसा टूटने के साथ-साथ पति या पत्नी की बेवफाई की भी समस्या बढ़ती जा रही है। इस प्रकार के संदर्भ में रिश्तों में फोरेंसिक जांच का महत्व बढ़ रहा है।

एक्स्ट्रामैरिटल अफेयरों का खुलासा: रिसर्च स्टडी के नतीजे

वैंगेलिस्टी एंड गेरेस्टेनबर्गर की एक रिसर्च स्टडी के अनुसार, लगभग 30 से 60 फीसदी पुरुष और 20 से 50 फीसदी महिलाएं कम से कम एक एक्स्ट्रामैरिटल अफेयर में शामिल होती हैं। जिन पति-पत्नी या संबंधित व्यक्तियों के बीच शारीरिक या भावनात्मक रिश्ता नहीं बना रहता, उन्हें अपने संबंधित व्यक्ति की बेवफाई के कारण मानसिक और भावनात्मक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जिससे, उदासी, निराशा, तनाव और चिड़चिड़ाहट जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसके साथ ही, सेक्सुअल कॉन्फिडेंस भी कम हो सकता है।

चादर से स्पर्म तक, जांच करवाने की बढ़ती मांग

बेवफाई इस स्तर तक पहुंच जाने पर अक्सर पति अपनी पत्नी के प्रति क्रूरता भी बढ़ाता है। यदि पत्नी के संबंध में किसी दूसरे पुरुष के साथ रिश्ता होता है, तो धैर्य टूट जाता है और यह मार-पीट खून-खराबे तक ले जा सकता है। उसी तरह, पति के संबंध में अगर किसी और महिला के साथ संबंध होता है और पत्नी इसे संदेहित करती है या सवाल उठाती है, तो भी पत्नी पर ही आक्रमण किया जाता है और उसे बेरहमी और दरिंदगी का सामना करना पड़ता है। हालांकि, बदलते समय के साथ, पत्नियों ने चुपचाप सहने की बजाय रिश्तों की फोरेंसिक जांच का मार्ग अपनाया है।

इस परिस्थिति में, दांपत्य जीवन में आई विवादों की जांच करने का ट्रेंड बढ़ता है। पति या पत्नी, वफादारी के संदेह में, चादर, तकिया कवर, टीशर्ट, साड़ी, टूथब्रश, साबुन का दाग, क्रीम-जेली का दाग, और स्पर्म का दाग, पति के अंडरगारमेंट्स जैसे चीजों की फोरेंसिक जांच करवा रहे हैं, जिसकी मांग दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।इसमें पेटर्निटी टेस्ट होम किट भी शामिल है।

प्राइवेट डिटेक्टिव्स से जानें वाफादार पत्नी या पति का राज

दिल्ली के हैटफील्ड डिटेक्टिव्स प्राइवेट लिमिटेड डिटेक्टिव एजेंसी के मैनेजिंग डायरेक्टर, अजीत सिंह, ने बताया कि आजकल कई पत्नियों को ऐसा संदेह होता है कि जब वे घर में मौजूद नहीं थीं या मायके गई थीं, तब उनके पतियों ने किसी दूसरी महिला के साथ फिजिकल संबंध बनाए होंगे। इसलिए, वे हमारे पास कपड़ों पर लगे दाग की जांच करवाने आती हैं ताकि उनके शक को साफ किया जा सके। इस जांच में वे कपड़ों पर दही, टूथपेस्ट, साबुन, क्रीम-जेली या स्पर्म जैसे दागों की पहचान करते हैं।

गुरुग्राम, कोलकाता, पुणे, और बेंगलुरु जैसे शहरों में भी सीमेन टेस्ट और इनफिडेलिटी टेस्ट कराने वाले शादीशुदा लोगों की तादाद में वृद्धि देखी जा रही है।

चादर, तकिया कवर, तौलिया और अंडरगारमेंट्स की जांच करवाने की लागत हजारों रुपये से शुरू होती है। इसके बाद एक प्राइवेट डिटेक्टिव एजेंसी आपकी जांच शुरू करती है, जिसका कोष्ट 40,000 रुपये से शुरू होकर 1 लाख रुपये तक हो सकता है।

अजीत सिंह ने कहा उनके पास ऐसे 3 केस आये

वर्तमान समाज में विश्वास, परिवारिक संबंधों की चुनौतियों, और जीवनशैली में उभरते संकटों के बीच विवादित मामले दिनोंदिन बढ़ते जा रहे हैं। अजीत सिंह बताते है की, हमारे पास ऐसे तीन केस आये थे जहां व्यक्ति ने तकनीकी जांच का सहारा लिया ताकि वह अपने संदेहों को सत्यापित कर सके।

केस 1: तकनीकी जांच द्वारा सत्यापिति का मामला

अजीत सिंह ने बताया कि, एक महिला अपने पति की विश्वासार्हता पर संदेह करती है, क्योंकि उसे लगता है कि उसके पति ने बाहर रहते समय किसी दूसरी महिला के साथ संबंध बनाए होंगे। इस परिस्थिति में, महिला अगले दिन हमारे पास अपने पति के अंडरवियर लेकर आई। हमने उसे लैब में टेस्ट कराया, जहां पता चला कि उसके पति ने कहीं न कहीं संबंध बनाए हुए हैं। इसके बाद हमने फिजिकल इन्वेस्टिगेशन आरंभ किया।

केस 2:पति और मेड के बीच संदेह: ऑडियो बग और तलाक का मामला

दूसरे केस में अजीत सिंह बताते है की, एक महिला के पति वर्क फ्रॉम होम करते हैं और महिला भी नौकरी करती है। उनके घर में एक मेड भी काम करती है। एक दिन, महिला को पति के व्यवहार में संदेह होता है कि पति मेड के साथ संबंध बना रहे हैं। इसलिए, घर में एक ऑडियो बग लगाया गया। जांच के दौरान पता चलता है कि मेड के आने के बाद पति उसे साथ लेकर बेडरूम में चले जाते हैं और थोड़ी देर बाद मेड घर के काम करने लगती है। इसके बाद महिला ने अपने पति के खिलाफ तलाक का मामला दायर किया है। क्या पुरुष भी इस तरह के सैंपल लेकर आते हैं?

केस 3: पत्नी पर शक और सीसीटीवी कैमरा: पति के क्लाइंट के साथ पत्नी का जुड़ा मामला

तीसरे केस में अजीत सिंह बताते है की, एक आदमी को उसकी पत्नी पर शक होता है। उसे शक होता है कि उसका पड़ोसी उसके घर में है। एक दिन वापस आते समय, उसे लगता है कि बेडरूम की चादर पर सिलवटें हैं और वहां से अलग तरह की महक आ रही है। पति को इसलिए शक होता है क्योंकि जब वो घर से निकला था, तो बेड पर साफ-सुथरी चादर थी, लेकिन जब वह वापस आया तो उस पर छोटे-छोटे बाल मिले। इसके बाद हमने उनके फ्लैट में और सीढ़ियों पर सीसीटीवी कैमरा लगाया। 15 दिन की फुटेज से पता चलता है कि तीन बार वह आदमी दोपहर को फ्लैट में घुसता है। यह पति और पत्नी के बीच का मामला नहीं है, बल्कि पत्नी का संबंध पति के क्लाइंट के साथ होता है। पति जब अपनी नौकरी पर जाता है, तो वह अक्सर दोपहर में उसके फ्लैट पर जाता है।

अजीत सिंह ने पश्चिमी संस्कृति के अपनाये जाने पर व्यक्त की चिंता

अजीत सिंह के अनुसार समाज की सोच दिन-प्रतिदिन बदल रही है और पश्चिमी संस्कृति प्रबल हो रही है। कपल्स के बीच विश्वास टूट रहा है और रिश्ते सिर्फ निभाने के लिए बने हुए हैं। यह इसलिए है क्योंकि कपल्स के बीच एक उम्र के बाद कॉम्पैटिबिलिटी डिसऑर्डर आता है। पहले वाला प्यार, एक-दूसरे का ख्याल रखना और एक-दूसरे के साथ अंतरंग पल साझा करने जैसी बातें खत्म हो जाती हैं। सिर्फ रिश्ते निभाने की उम्मीद बाकी रह जाती है। यह स्थिति तब तक चलती है जब तक मामला सार्वजनिक नहीं होता, जिसके बाद यह मामला अदालत तक पहुंचता है।

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आदमी और स्त्री दोनों ही ऐसे तरीके से संबंध लेकर आ सकते हैं जैसा कि आपने ऊपर केसों में देखा है। चाहे वह ऑडियो बग, कैमरा, या अन्य तकनीकी साधन हों, जांच की प्रक्रिया का कार्यक्रम विशेष मामलों के आधार पर निर्धारित किया जाएगा। विभिन्न केसों के लिए अलग-अलग तकनीकों का उपयोग किया जाता है, और इसके लिए विशेषज्ञ जांच टीम की आवश्यकता होती है।

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