Bawaal Controversy : एक और बॉलीवुड फिल्म विवादों में, वरुण धवन की फिल्म “बवाल” पर इजरायली दूतावास की आपत्ति।

Bawaal Controversy : बॉलीवुड की फिल्म बिना किसी विवाद के आसानी से चल जाए ऐसा तो आप कम ही देखने को मिलता है। वरुण धवन और जानवी कपूर की फिल्म “बवाल” पर भी अब बवाल मच गया है। हाल ही में रिलीज़ हुई फ़िल्म “बवाल” का इजराइल में काफी विरोध हो रहा है। विवाद की वजह है कि इस फिल्म में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हिटलर जे शासनकाल में 60 लाख यहूदियों के नरसंहार को बहुत ही तुच्छ रूप में दिखाया गया है। इसी के बाद फिल्म Bawaal Controversy में फंस गई।

बवाल फिल्म के बारे में इजरायली दूतावास की तरफ से बयान जारी किया गया है। अपने बयान में इजरायली दूतावास ने कहा कि “हालिया फिल्म ‘बवाल’ में होलोकॉस्ट के महत्व को तुच्छ बताए जाने से इजराइली दूतावास परेशान है। फिल्म में कुछ शब्दावली का उपयोग गलत तरीके से किया गया। हालांकि हम मानते हैं कि यह कोई दुर्भाग्यपूर्ण इरादा नहीं था। हम उन सभी से आग्रह करते हैं कि जो होलोकॉस्ट की भयावहता के बारे में पूरी तरह से जागरूक नहीं है वे इसके बारे में खुद को शिक्षित करें। हमारा दूतावास इस महत्वपूर्ण विषय पर शैक्षिक सामग्री का प्रचार प्रसार करने के लिए लगातार काम कर रहा है और हम इस प्रलय से प्राप्त सार्वभौमिक सबक की बेहतर समझ को बढ़ावा देने के लिए सभी व्यक्तियों के साथ बातचीत में शामिल होने को तैयार हैं”।

इसके अलावा इजरायली राजदूत Naor Gilon की तरफ़ से भी प्रतिक्रिया आई है। इजरायली दूतावास की तरफ से इस फिल्म को लेकर कहा गया कि “मैंने बवाल फिल्म नहीं देखी है और ना ही देखूंगा लेकिन जो मैंने पढ़ा और सुना है इस फिल्म के बारे में उससे यह प्रतीत होता है कि इसमें शब्दावली और प्रतीकवाद का खराब चुनाव किया गया है। यह भयानक होलोकास्ट सभी को अंदर से हिला देने वाला होना चाहिए। मैं उन सभी लोगों से आग्रह करता हूं जो इस प्रलयकारी भयावहता के बारे में पर्याप्त नहीं जानते हैं वे इस बारे में खुद को जागरूक करें”।

इसके अलावा Simon Wiesenthal Center (SWC) जैसे कई मानवाधिकार समूहों ने भी इस फिल्म का विरोध किया है। SWC ने “Amazon Prime” से इस फिल्म को अपने प्लेटफार्म से हटाने की मांग की है।

बता दें कि यहूदियों के नरसंहार (होलोकास्ट) की शुरुआत जर्मनी में जनवरी 1933 में एडोल्फ हिटलर को जर्मनी का चांसलर बनाए जाने के हुई थी। बाद में यह पूरे यूरोप मे फैल गई थी। पूरे यूरोप में यहूदियों को जड़ से खत्म करने का प्रयास किया गया था। एडोल्फ हिटलर की सरकार में आने के बाद जर्मनी सहित पूरे यूरोप में यहूदियों का बहुत बड़े स्तर पर नरसंहार किया गया था।

हिटलर ने पोलैंड के ऑशविट्स में यहूदियों को मारने के लिए डिटेंशन सेंटर खोला था जहां पर यहूदियों को लाया जाता है। अगर वे किसी काम के नहीं होते थे तो उन्हें गैस चंबल में डालकर खत्म कर दिया जाता था और यदि किसी काम के लायक होते थे तो उन्हें यातनाएं देकर काम करवाया जाता।

क्या कहा फिल्म के डायरेक्टर और एक्टर ने Bawaal Controversy पर ?

Bawaal Controversy को लेकर फिल्म के निर्देशक नितेश तिवारी और फिल्म के मुख्य कलाकार वरुण धवन ने इस फिल्म का बचाव किया है। निर्देशक नितेश तिवारी ने कहा कि वह इस आलोचना को गंभीरता से लेते हैं। फिल्म में बहुत सारे अच्छे संदेश हैं। आप एक या दो अजीब घटनाओं को हटा दें और पूरी फिल्म चला दे। इसका मतलब है कि आप उन मजबूत संदेशों में से किसी पर भी विश्वास नहीं करते हैं जिसके लिए यह फिल्म बनी है।

इसके अलावा अभिनेता वरुण धवन ने 20 फिल्म का बचाव करते हुए कहा कि गैर हिंदी भाषी फिल्मों पर भी समाज जांच और नैतिकता लागू क्यों नहीं की जाती है। हम हर किसी की राय एवं राय रखने के उसके अधिकार का सम्मान करते हैं।

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