Unacademy ने शिक्षक को किया बर्खास्त, Class में कहा था “पढ़े-लिखे को वोट देना उसे नहीं जो केवल नाम बदलना जानता हो” राजनैतिक घमासान।

शिक्षण संस्था Unacademy में पढ़ाने वाले शिक्षक करण सांगवान को क्लास में राजनैतिक विवादित बयान देने पर बर्खास्त कर दिया गया है। करण सांगवान ने क्लास के दौरान छात्रों से कहा था कि “भविष्य के लिए इस बात का ध्यान रखें कि अपना वोट ऐसे उम्मीदवार को दें जो पढ़े लिखे हो। उन्हें वोट बिल्कुल ना दें जो केवल नाम बदलना जानते हो। अगली बार जब वोट देने जाएं तो बहुत ध्यान से सोच समझकर वोट दें। जिससे ऐसी समस्या का दोबारा सामना ना करना पड़े”। हालांकि उन्होंने अपनी इस बात के दौरान किसी का नाम नहीं लिया था।

कानून पढ़ाने वाले करण सांगवान का यह वीडियो काफ़ी वायरल हो गया। इसके अलावा Unacademy द्वारा उन्हें हटाए जाने के बाद से यह मुद्दा राजनैतिक हो गया। आम आदमी पार्टी, कांग्रेस सहित अन्य राजनैतिक पार्टियों ने Unacademy की जमकर आलोचना की। पढ़े-लिखे को वोट देने वाले बयान को नरेंद्र मोदी से जोड़कर देख रहे हैं। क्योंकि अरविंद केजरीवाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्रियों को लेकर उठाते सवाल उठाते रहे हैं।

क्या कहा Unacademy के संस्थापक रोमन सैनी ने ?

Unacademy के संस्थापक रोमन सैनी ने कहा कि करण सांगवान ने संस्था के आचार संहिता (Code of Conduct) का उल्लंघन किया है। इस वजह से उन्हें Unacademy से बाहर कर दिया गया है।

रोमन सैनी ने अपने ट्वीट में कहा कि “Unacademy उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करने के लिए पूरी तरह समर्पित है। यह सुनिश्चित करने के लिए छात्रों को निष्पक्ष ज्ञान मिले। सभी शिक्षकों के लिए संस्था के पास नियमों का एक सख्त सेट है जिस आचार संहिता कहा जाता है। उनका मुख्य ध्यान छात्रों पर है और व्यक्तिगत राय कक्षा में शेयर नहीं की जानी चाहिए क्योंकि उन्हें गलत तरीके से प्रभावित कर सकते हैं। इसी वजह से इस आचार संहिता का उल्लंघन करने वाले करण सांगवान को हटाना पड़ा”।

19 अगस्त को अपने YouTube चैनल पर इस विषय में करेंगे बात।

बर्खास्त किए गए Unacademy के शिक्षक करण सांगवान ने यूट्यूब पर एक वीडियो शेयर करते हुए कहा कि “हाल के दिनों में एक वीडियो ने काफी ध्यान आकर्षित किया है, जिससे एक विवाद खड़ा हो गया है। इसकी वजह से न केवल मुझे बल्कि न्यायिक सेवा परीक्षाओं की तैयारी कर रहे मेरे छात्रों को भी प्रभावित किया है। इस स्थिति के परिणाम स्वरूप मेरे छात्रों और मेरे दोनों की लिए प्रतिकूल परिणाम हुए हैं।

इसके बाद सांगवान ने कहा कि यह विवाद कैसे शुरू हुआ एवं क्या है यह विवाद। इस पर विस्तार से बात करने के लिए वे 19 अगस्त को शाम को अपने You Tube चैनल पर लाइव आएंगे। जहां भी इस विवाद पर विस्तार से बात करेंगे।

राजनैतिक पार्टियों ने Unacademy पर उठाए सवाल।

Unacademy द्धारा करण सांगवान को संस्था से बर्खास्त करने के बाद आम आदमी पार्टी, कांग्रेस सहित अन्य नेताओं ने Unacademy पर सवाल उठाते हुए आलोचना की।

अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके कहा कि क्या पढ़े-लिखे लोगों को वोट देने की अपील करना अपराध है। यदि कोई अनपढ़ है व्यक्तिगत तौर पर मैं उनका सम्मान करता हूं। लेकिन जन्म प्रतिनिधि अनपढ़ नहीं हो सकते।

इसके अलावा शिवसेना की नेता प्रियंका चतुर्वेदी चतुर्वेदी ने भी इस मामले में ट्वीट करते हुए कहा कि “करण सांगवान को बर्खास्त करना शर्म की बात है।

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