उज्जैन: वायरल हुआ नारद-भगवान शिव का वीडियो, महाकाल लोक में मूर्तियों के गिरने पर हंगामा

हाल ही में उज्जैन शहर में नारद-भगवान शिव का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसके कारण शहर में राजनीतिक उथल-पुथल मच गई है। इस वीडियो में देव ऋषि नारद और भगवान शिव के कैरेक्टर दिखाए गए हैं, जो महाकाल लोक में सप्तऋषि की गिरी प्रतिमाओं को लेकर बातचीत कर रहे हैं। इस वीडियो में भगवान शिव इस बार कांग्रेस के नेता कमलनाथ को लाने की बात कर रहे हैं।

इस वीडियो के प्रकाशन के बाद, धार्मिक संत समाज नाराज हो गया है, उनका कहना है कि इस वीडियो में भगवान शिव और नारद मुनि के बीच हुई बातचीत में महाकाल लोक में मूर्तियां गिरने के मामले पर नकारात्मक चर्चा की गई है। इसके परिणामस्वरूप संत समाज ने कहा है कि कांग्रेस को धर्म का मजाक नहीं उड़ाना चाहिए।

बीजेपी के आरोप: वीडियो को भ्रमपूर्ण और कांग्रेस की मति मारी का आरोप

इस मामले में, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेताओं ने कांग्रेस पार्टी पर इस मुद्दे के संबंध में हमला किया है। मंत्री और विधायक पारस जैन ने इस वीडियो को भ्रमपूर्ण और कांग्रेस की मति मारी के रूप में बताया है। उनका दावा है कि वीडियो में दिखाए गए सीरियल ‘महादेव’ के कुछ हिस्सों का एडिटिंग और डबिंग करके बनाया गया है।

वीडियो में नारद सप्तऋषि की मूर्तियों के गिरने का दृश्य दिखाया जाता है और इसके बाद महादेव खुद क्रोधित होकर बोलते हैं कि वह जानते हैं कि उज्जैन में क्या हुआ है और जनता के रक्षक खुद ही भक्षक बन बैठे हैं, अब कमलनाथ को लाना ही होगा।

यह बात बीजेपी द्वारा कांग्रेस के खिलाफ प्रचार में उठाई गई है और इसका प्रभाव राजनीतिक माहौल में दिखाई दे रहा है। इस मामले में दोनों पक्षों के बीच तनाव बढ़ा हुआ है और वह इस मुद्दे को एक-दूसरे पर ठेलने में जुटे हुए हैं।

पारस जैन ने कहा, “इस तरह की वीडियो से जनता भ्रमित नहीं होगी”

पूर्व मंत्री और विधायक पारस जैन के द्वारा उठाए गए मुद्दे के संदर्भ में यह कहा गया है कि कांग्रेस पर कोई भरोसा नहीं करेगा और उन्होंने वीडियो में दिखाए गए संदर्भों के आधार पर कांग्रेस को लेकर आरोप लगाए हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि इस तरह के वीडियो से जनता गुमराह नहीं होगी और कांग्रेस पर कोई भरोसा नहीं करेगा। उनकी राय है कि धार्मिक नामों का इस तरह का उपयोग नहीं करना चाहिए।

यहाँ देखे विवादित वीडियो

संत समाज ने जताई चिंता | नारद-भगवान शिव का वीडियो

वहीं, संत समाज ने कहा है कि अगर यह मुद्दा नहीं रुका तो उन्हें कोर्ट जाने की जरूरत हो सकती है।परमहंस अवधेश पुरी ने कहा, कि भगवान शिव और नारद मुनि के नाम का ऐसा दुरुपयोग सनातन धर्म और संस्कृति के खिलाफ है और कांग्रेस को धर्म का मजाक उड़ाने की नौटंकी नहीं करनी चाहिए। उन्होंने, कहा कि यदि यह नहीं रुका तो कोर्ट जाना होगा। भ्रष्टाचार की जांच भी चल रही है और महामंडलेश्वर शैलेशानंद ने राजनीति में गिरती हुई भाषा के प्रयोग की बात कही है। उन्होंने कहा है कि हमारे आराध्य देवताओं को भी राजनीति में खींचा जा रहा है और ऐसे कृत्य से दूर रहना चाहिए।

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