एशियाई अंडर 20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भाग लेने के लिए गए दो भारतीय Pole Vaulters एथलेटिक्स के पोल एवं जेवेलिन को दिल्ली एयरपोर्ट पर रोका, काफ़ी प्रयास के बाद जाने दिया।

Pole Vaulters: दक्षिण कोरिया के येचियन में रविवार से शुरू हो रही एशियन अंडर-20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भाग लेने गए भारतीय एथलीट में से Pole Vaulters प्रतिस्पर्धा में भाग लेने वाले दो भारतीय एथलीट देव कुमार मीणा और सुनील कुमार का इस चैंपियनशिप में भाग लेना मुस्किल में पड़ गया था।

देव कुमार मीणा (पुरुषों की Pole Vaulters) और सुनील कुमार (डेकाथलॉन) को रविवार को अपनी-अपनी स्पर्धाओं में भाग लेना है। दोनों एथलीट्स शुक्रवार को साउथ कोरियन फ्लाइट से बिना पोल के सियोल के लिए रवाना हो गए थे लेकिन उनके पोल एयरपोर्ट पर दक्षिण कोरियाई अधिकारियों एवं एयर इंडिया के अधिकारियों ने तकनीकी वजहों से दोनों एथलीटों को यात्रा करने से रोक दिया। दोनों अभियुक्तों को उनके पोल (ऊंचाई कूदने वाला डंडा) की लंबाई ज्यादा होने की वजह से उसे ले जाने से मना कर दिया जिसकी वजह से हवाई यात्रा ना कर सके। एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के एक अधिकारी के अनुसार, यहां तक कि एयर इंडिया ने शुक्रवार को 12:05 बजे अपनी उड़ान में लंबाई ज्यादा होने पर पोल ले जाने से इनकार कर दिया।

AFI अधिकारी के अनुसार एयर इंडिया ने निर्धारित लंबाई से संबंधित कुछ “तकनीकी मुद्दों” के आधार पर दो एथलीटों द्वारा उपयोग किए जाने वाले प्रत्येक 5 मीटर माप के तीन पोल ले जाने से इनकार कर दिया। दो एथलीट पहले ही दक्षिण कोरिया पहुंच चुके हैं, लेकिन उनके पोल यहां दिल्ली हवाई अड्डे पर अटके हुए हैं। एयर इंडिया ने कहा कि वे मौजूदा नियमों के तहत 5 मीटर लंबे पोल की अनुमति नहीं दे सकते। यह अजीब है कि हमारे एथलीट पिछले साल इसी तरह के पोल लेकर बुसान (दक्षिण कोरिया) गए थे।

इसके बाद AFI ने फेडएक्स एक्सप्रेस कार्गो द्वारा पोल (डंडे ) भेजने की पूरी कोशिश की, लेकिन संघ अपने प्रयास में असफल रहा।

AFI के एक आधिकारी के अनुसार “हम दोनों एथलीट्स के पोल को भेजने के लिए कल दोपहर से इधर-उधर भाग रहे हैं, लेकिन एयर इंडिया नरम नहीं पड़ रही है। FedEx Express Cargo में भी तीनों ध्रुवों को दक्षिण कोरिया नहीं ले जाया जा सका। इसलिए, भारतीय टीम प्रबंधन ने आयोजकों से दो भारतीय एथलीटों को पोल प्रदान करने का अनुरोध किया है,”

दरअसल, पूरे 55 सदस्यीय भारतीय दल को सियोल स्थित आसियाना एयरलाइंस की फ्लाइट से शुक्रवार शाम साढ़े छह बजे इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से दक्षिण कोरिया के लिए रवाना होना था, लेकिन इन भारतीय कोचों को अपने तीन पोल और जेवलिंस के साथ जाने की अनुमति नहीं दी गई।

बता दें कि 26 मई को AFI एयर इंडिया को एक मेल भेजा था जिसमें बताया गया था कि हम दक्षिण कोरिया में किस लंबाई के कितने पोल और जेवेलिन ले जा रहे हैं उसके बावजूद भी एयर इंडिया के अधिकारियों के द्वारा एथलीट्स के साथ इस तरीके का व्यवहार निराशाजनक है हालांकि काफी प्रयास के बाद आखिरकार एयर इंडिया के अधिकारी मान गए। दोनों कोचों को पोल एवं जेवेलिन के साथ दक्षिण कोरिया रवाना किया गया।

हालांकि अगर ये पोल समय पर नहीं पहुँचते हैं तो भी वे एथलीट प्रतिस्पर्धा में भाग ले सकते हैं। लेकिन आम तौर पर पोल की लंबाई पोल वॉल्टर की ऊंचाई पर निर्भर करती है। यदि पुल की लंबाई पोल वॉल्टर के हिसाब से ना हो तो एथलीट्स का प्रदर्शन खराब हो जाता है। इसलिए अगर उन्हें अपने आकार के पोल मिलते हैं तो वे प्रतिस्पर्धा में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं, अन्यथा वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाएंगे।”

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बता दें कि एशियन अंडर-20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप 4-7 जून तक चलेगी। इस चैंपियनशिप में भाग लेने के लिए भारत की तरफ से 55 सदस्यीय भारतीय दल दक्षिण कोरिया भेजा गया है जिसमे 45 एथलीट हैं, जिनमें 19 महिलाएं और 10 कोच शामिल हैं।

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