पीएम मोदी: टेक्नोलॉजी के उपयोग से भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने में मिलेगी मदद।

‘Unleashing the Potential: Ease of Living Using Technology पर बजट के बाद के वेबिनार को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्ष 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनने के लक्ष्य को पूरा करने में टेक्नोलॉजी की बहुत बड़ी भूमिका होगी। आगे पीएम मोदी ने कहा कि सरकार छोटे व्यवसायों के कंप्लायंस की लागत को कम करना चाहती है, और उद्योग से उन कंप्लायंस की एक सूची तैयार करने को कहा, जिन्हें कम किया जा सकता है।

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पीएम मोदी ने कहा कि हमने 40,000 कंप्लायंस समाप्त कर दिए हैं, “हम छोटे व्यवसायों की कंप्लायंस लागत को कम करना चाहते हैं। क्या आप (उद्योग) अनावश्यक कंप्लायंस की एक सूची तैयार कर सकते हैं जिन्हें कम किया जा सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 28 फरवरी को कहा कि डिजिटल क्रांति के लाभ सभी नागरिकों तक पहुंचने के लिए बड़े पैमाने पर और आधुनिक डिजिटल बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि भारत एक आधुनिक डिजिटल बुनियादी ढांचा तैयार कर रहा है और यह सुनिश्चित कर रहा है कि डिजिटल क्रांति का लाभ सभी तक पहुंचे।

करदाताओं की समस्याओं पर भी बोले पीएम मोदी

पीएम मोदी ने करदाताओं के सामने आने वाली समस्याओं के समाधान के लिए कर प्रणाली को फेसलेस बनाने के लिए टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जा रहा है। इसे आगे और भी बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा हैं।
उन्होंने कहा, “हमने टैक्स सिस्टम को फेसलेस बनाने और करदाताओं के सामने आने वाली समस्याओं को दूर करने के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया है।”
उन्होंने कहा कि 5G और AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) जैसी टेक्नोलॉजी अब क्रांति ला रही हैं और चिकित्सा, शिक्षा, कृषि और कई अन्य क्षेत्रों जैसे क्षेत्रों को बदलने के लिए तैयार हैं।

JAM के द्वारा गरीबों को लाभ

टेक्नोलॉजी ने वन नेशन वन राशन का आधार बनाया, उन्होंने कहा कि JAM (जन धन योजना, आधार और मोबाइल नंबर) टेक्नोलॉजी से गरीबों को लाभ देने में अहम भूमिका निभाई। प्रधानमंत्री ने हितधारकों से आम आदमी के सामने आने वाली 10 समस्या क्षेत्रों की पहचान करने का आह्वान किया, जिन्हें AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का उपयोग करके हल किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि 21वीं सदी टेक्नोलॉजी पर आधारित है, और कोई इसे केवल डिजिटल, इंटरनेट टेक्नोलॉजी तक सीमित नहीं रख सकता है। यह इससे कहीं अधिक है।

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