फिल्म पठान की शुरुआत में जब अभिनेत्री डिंपल कपाड़िया कहतीं हैं, ‘पठान’ का वनवास अब खत्म हुआ तो शाहरुख़ ख़ान के चहेतों में एक अलग ही जोश भर जाता है और ऐसा हो भी क्यों ना। आखिर 4 साल बाद शाहरुख़ ख़ान की कोई फिल्म आई है और फिल्म भी ऐसी कि कुछ हद तक बॉलीबुड को बुरे दौर से निकलने में कारगर बनी। साल 2023 में बॉलिवुड की किसी फिल्म को बंपर शुरूवात मिली है। पहले दिन की कमाई ने भी कई रिकॉर्ड तोड़े हैं।
तो आइए अब इसका ईमानदारी से एक रिव्यू करते हैं।
यहां हम आपको केवल फिल्म का ईमानदारी से रिव्यू देंगे। फिल्म का विरोध करें या सपोर्ट करें, फिल्म देखें या ना देखें यह आपके ऊपर निर्भर करता है।
फिल्म के कलाकार
फिल्म पठान में शाहरुख खान, सलमान खान, जॉन अब्राहम, दीपिकापादुकोण, डिंपल कपाड़िया और आशुतोष राणा जैसे सुपर स्टारों से सजी है। फिल्म को सिद्धार्थ आनंद ने निर्देशित किया है। सिद्धार्थ आनंद वही है, जिन्होंने फिल्म वॉर (WAR) को डायरेक्ट किया था।
शाहरुख खान फिल्म में लीड एक्टर्स के रोल में दिखाए गए हैं जो एक इंडियन आर्मी के जासूस के रूप में काम करते हैं। इसके अलावा जॉन इब्राहिम मुख्य विलेन के रूप में, दीपिका पादुकोण एक ISI एजेंट है और डिंपल कपाड़िया एवं आशुतोष राणा टॉप मोस्ट ऑफिसर का रोल निभा निभा रहे हैं।
फिल्म की अच्छाईयां एवं कमियां
शाहरुख खान के मुख्य किरदार वाली इस फिल्म में देश भक्ति पर ज्यादा फोकस किया गया है। शाहरुख खान को फिल्म में बढ़-चढ़कर दिखाने की कोशिश की गई है, और यह हो भी क्यों ना क्योंकि 4 साल बाद शाहरुख़ ख़ान की कोई फिल्म आई है, जो देखने में अच्छी लग रही है। शाहरुख खान के पूरे कैरियर की यह पहली फिल्म है जो इतने एक्शन से भरपूर है। फिल्म में एक्शन को देखकर आपको हॉलीवुड फिल्मों की याद आ जाएगी।
फिल्म की सबसे अच्छी बात यह है कि यह पूरे समय यह फिल्म आपको बांध कर रखती है जो आपको बोर नहीं होने देती और आपको अनुमान नहीं लगाने देती कि आगे क्या होगा। फिल्म के दौरान जब भी आप अनुमान लगाएंगे कि इसके बाद यह होने वाला है तभी कुछ नया ट्विस्ट आता है जो इस फ़िल्म की सबसे अच्छी बात है।
एक बात आपको बता दें कि जब भी आप इस फिल्म को देखें तो आप लॉजिक को साइड में रख दें। जब भी आपने इस फिल्म को देखते हुए लॉजिक लगाया तो फिर आप निराश हो जाएंगे क्योंकि फिल्म में कुछ ज्यादा ही फिक्शन एक्शन सीन किए गए हैं जो लॉजिक से थोड़े परे हो सकते हैं।
जॉन इब्राहिम का भी दमदार रोल
फिल्म में लीड रोल निभा रहे शाहरुख खान को विलेन जॉन अब्राहम से थोड़ा कमजोर दिखाया गया है। पूरी फिल्म में जॉन अब्राहम को विलेन के रूप में मजबूती से पेश किया गया है। जॉन अब्राहम को देखकर आपको लग सकता कि यह इतना खतरनाक है, जैसे रितिक रोशन की क्रिश-2 में विवेक ओबरॉय का रोल।
सलमान खान की एंट्री के बाद दर्शकों में जोश भर आता है और यह दिखाता है कि शाहरुख और सलमान का स्टारडम अभी भी जिंदा है।
ISI एजेंट बनी दीपिका पादुकोण
फिल्म में दीपिका पादुकोण को एक ISI एजेंट के रूप में दिखाया गया। फिल्म में दिखाया गया कि ISI एजेंट अच्छे होते हैं और यही बात शाहरुख खान के लिए परेशानी का कारण बन सकती है। लोग इस बात पर ऑब्जेक्शन उठा सकते है। मतलब फिल्म में आपने रॉ एजेंट, जॉन इब्राहिम को बुरा बताया है और ISI एजेंट दीपिका पादुकोण को अच्छा दिखाया है।
निष्कर्ष
अंत में फिल्म का निष्कर्ष यही है, कि फिल्म में एक्शन है, वायरस है, टेक्नोलॉजी है, ISI एजेंट है और सबसे बड़ी बात बड़ी फिल्म में देश भक्ति पल-पल पर दिखाई गई है। फिल्म में डायलॉग की बात करें तो जबरदस्त पंचलाइन वाले डायलॉग हैं, जो आपको सीटी बजाने पर मजबूर कर देंगे।
जब भी आप फिल्म को देखने जाएं तो विरोध और सपोर्ट के नजरिए से ना देखें और सबसे बड़ी बात लॉजिक को साइड में रख दें।
Note – फ़िल्म पठान का यह रिव्यू स्वयं देखी गई फिल्म के आधार पर है। यह एक निजी रिव्यू है।
Newsadda360 के Latest News अपडेट पाने के लिए हमारा Newsletter Subscribe करें।