Madhya Pradesh tourism को बढ़ावा देने के लिए सोशल मीडिया पर चलाया जा रहा है अभियान।

मध्य प्रदेश सरकार के तरफ से संचालित ट्विटर हैंडल Madhya Pradesh tourism के द्वारा लगातार ट्वीट करके लोगों को मध्य प्रदेश के पर्यटक स्थलों के बारे में बताया जा रहा है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मध्य प्रदेश सरकार ने पर्यटक स्थलों के बारे में बताने के लिए कहानी की श्रृंखला चालू की है। कहानी की श्रृंखला के तहत लगातार अलग-अलग पर्यटन स्थलों के बारे में बताया जाता है। सरकार के Madhya Pradesh tourism ट्वीटर हैंडल द्वारा हाल ही में किए गए ट्वीट में लिखा है कि

“मध्य प्रदेश अनेक दिलचस्प कहानियों से समृद्ध है इसलिए
हम आपके लिए लेकर आये हैं, एक नई सीरीज़ ‘मध्य प्रदेश की कहानियाँ’ जिसमें हम आपको प्रदेश के आकर्षक पर्यटन स्थलों और उनसे जुड़ी रोचक कहानियों के बारे में बताएंगे। आइये इस कड़ी में सबसे पहले जाने ‘भीमकुंड’ के बारे में।”
ट्विटर के साथ-साथ पर्यटन विभाग के द्वारा फेसबुक के द्वारा भी लोगों को राज्य के पर्यटन स्थलों के बारे में बताकर जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है। लोगों को यह मुहिम पसंद आ रही है। इससे साफ जाहिर होता है कि एमपी सरकार द्वारा चलाई गई इस अभियान से लोगों को मध्यप्रदेश के पर्यटन स्थलों के बारे में बताना और राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देना है।

मध्य प्रदेश प्रसिद्ध पर्यटक स्थल

यूं तो मध्यप्रदेश में घूमने के लिए काफी ऐतिहासिक जगह हैं। अब यह काम मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा बड़े जोर शोर से किया जा रहा है। आइए आपको हम मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों के बारे में संक्षेप में बताते हैं।

खजुराहो

छतरपुर जिले में स्थित खजुराहो एक स्मारक समूह है। यहां हिंदू और जैन धर्म के मंदिर हैं। चंदेल राजवंश सन 950 और 1050 ईसवी के मध्य में बनाए गए यह मंदिर भारतीय कला का बेजोड़ उदाहरण पेश करते हैं। इन मंदिरों में की गई नक्काशी और कलाकृतियां “कामुक कला” का उदाहरण है। बता दें कि यह मंदिर “यूनेस्को विश्व धरोहर” में भी शामिल है।

पचमढ़ी

मध्य प्रदेश राज्य की नर्मदा पुरम जिले में स्थित पचमढ़ी एक हिल स्टेशन है। गर्मियों की छुट्टियों में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है। प्राकृतिक सुंदरता से भरा हुआ 1067 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह शहर “सतपुड़ा की रानी” के नाम से जाना जाता है।

कान्हा नेशनल पार्क

कान्हा नेशनल पार्क मध्य प्रदेश राज्य में एक बहुत बड़ा बाघ अभ्यारण है। यह राज्य के बालाघाट और मंडला जिले में स्थित है। यह अभ्यारण लगभग 940 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। यहां पर बंगाली बाघ तेंदुआ स्लो स्विच बारह सिंगा सोंग कुत्ता आदि देखने को मिल जाते हैं।

ओरछा

मध्यप्रदेश की निमाड़ी जिले में स्थित ऊर्जा एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक नगर है। ओरछा में घूमने के लिहाज से काफी जगह है, जैसे ओरछा का किला, जहांगीर महल, राज महल, राजा राम मंदिर, लक्ष्मी नारायण मंदिर और सबसे महत्वपूर्ण “चतुर्भुज मंदिर” ओरछा मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों में से एक रहा है।

सांची के स्तूप

सांची मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में स्थित है। भोपाल के पास बेतवा नदी के किनारे स्थित सांची अपने बौद्ध स्मारकों की वजह से प्रसिद्ध है। यहां पर छोटे-बड़े कई स्तूप है जिनमें से कुछ काफी बड़े हैं यह चारों ओर हरियाली से घिरा हुआ है। यहां पर “भीमबेटका” भी है जो भीमराव अंबेडकर के जीवन के बारे में बताती है। इसके अलावा यहां पर भारतीय इतिहास के शुंग काल और सातवाहन काल के बारे में भी जानकारी मिलती है।

इसके अलावा मध्यप्रदेश में उदयगिरि की गुफाएं, बांधवगढ़ नेशनल पार्क, उज्जैन का महाकाल मंदिर, मांडू, अमरकंटक, पेंच नेशनल पार्क, जबलपुर का भेड़ाघाट जैसी प्रसिद्ध जगह हैं।

इसके अलावा हाल ही में भारत सरकार के द्वारा श्योपुर के “कूनो नेशनल पार्क” में अफ्रीका से मगाये गई चीते भी हैं।

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पशुपतिनाथ मंदिर के बारे में भी किया रिट्वीट।

Madhya Pradesh tourism द्वारा मध्य प्रदेश सरकार के रीजनल ट्रस्ट एंड एंडाउनमेंट्स डिपार्टमेंट के द्वारा किए गए ट्वीट को रिट्वीट किया। इस ट्वीट में राज्य के मंदसौर जिले में स्थित भगवान पशुपतिनाथ मंदिर के बारे में बताएं गया है। एवं साथ में एक वीडियो भी शेयर किया गया है।

मध्य प्रदेश सरकार के Madhya Pradesh tourism द्वारा ट्विटर और फेसबुक के माध्यम से राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए चलाई जा रही यह मुहिम काफी उत्साहवर्धक है। सोशल मीडिया पर यूजर्स के द्वारा भी इसे काफी सराहा जा रहा है और लोग अपने विचार रख रहे हैं एवं सलाह भी दे रहे हैं।

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