अमेरिका के शिकागो स्थित स्टार्टअप के भारतीय मूल के ऋषि शाह और श्रद्धा अग्रवाल नाम के दो एंटरप्रेन्योर को कंपनी के ऋणदाताओं और निवेशकों के साथ 1 अरब डॉलर की धोखाधड़ी के मामले में वहां की संघीय कोर्ट ने दोषी ठहराया है। कोर्ट ने इस मामले में कंपनी के सह संस्थापक ऋषि शाह और कंपनी की पूर्व अध्यक्ष श्रद्धा अग्रवाल सहित पूर्व मुख्य परिचालन अधिकारी ब्रैड पर्डी को उधारदाताओं और निवेशकों को धोखा देने का दोषी माना है।
अमेरिका की कोर्ट में इन तीनों पर 2015 और 2016 के लिए कंपनी के ऑडिट किए गए वित्तीय विवरणों में बढ़े हुए राजस्व आंकड़ों का उपयोग करने का भी आरोप है। ऐसा पाया गया है कि इन्होंने 2016 और 2017 के बीच ग्राहकों के लिए विज्ञापन अभियान के तहत उधारदाताओं और निवेशको को धोखा देकर ऋण वित्तपोषण में $970 मिलियन से अधिक जुटाए, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें भारी लाभ मिला।
अंडर-डिलीवरी को कवर करने का बहाना करके उन्होंने ग्राहकों को मूर्ख बनाया। इसके अलावा ग्राहकों के कॉन्ट्रैक्ट में स्क्रीन की संख्या तक की सामग्री वितरित की थी। यह आरोप है कि इस तरह की अवैध गतिविधियों की वजह से 2015- 2016 के दौरान कंपनी के राजस्व को बढ़ा चढ़ाकर दिखाया गया था। निवेशकों को धोखे में रखा गया था। आपको बता दें कि ऋषि शाह सन 2017 में अमेरिका की फॉर्ब्स मैगजीन द्वारा जारी की गई 400 सबसे अमीर अमेरिकियों की लिस्ट में शामिल थे।
इस प्रकार के धोखाधड़ी, मनी लॉन्ड्रिंग के प्रत्येक मामले में ऋषि शाह को अधिकतम 10 साल की जेल की सजा हो सकती है । इसके अलावा कंपनी के दो अधिकारियों पर भी कठोर कार्रवाई होगी ।
सभी नवीनतम समाचार, दुनिया समाचार, क्रिकेट समाचार, बॉलीवुड समाचार, पढ़ें।
राजनीति समाचार और मनोरंजन समाचार यहाँ। हमे फेसबुक, गूगल न्यूज़ तथा ट्विटर पर फॉलो करें