फिल्म ‘आदिपुरुष’ के आसपास विवाद बढ़ता जा रहा है। फिल्म, जो हिंदू धर्मग्रंथ ‘रामायण’ पर आधारित है, उस पर लोगो की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया जा रहा है। काठमांडू की महानगरपालिका ने इस फिल्म पर शुरू हुए विवाद के चलते शहर में हिंदी फिल्मों पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया है। फिल्म के निर्माताओं ने भी इस विवादित मुद्दे पर ध्यान देते हुए फिल्म के कुछ डायलॉग बदलने का फैसला लिया है। इसके अलावा फिल्म की बॉक्स ऑफिस कमाई के मुताबिक, फिल्म के रिलीज के दूसरे दिन 40% की गिरावट आई है।
काठमांडू महानगरपालिका ने हिंदी फिल्मों पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया
रविवार को काठमांडू के मेयर ने घाटी में स्थित सभी फिल्म थिएटरों को आदेश दिया है कि सोमवार से वहां किसी भी हिंदी फिल्म को रिलीज नहीं किया जाएगा। इस बारे में उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक ऑफिशियल अनाउंसमेंट किया है जिसमें सभी थिएटरों को भी इससे संबंधित लेटर भेजे गए हैं। इस फैसले के पीछे फिल्म “आदिपुरुष” के विवाद का असर भी दिख रहा है।
फिल्म आदिपुरुष में सीता माता के जन्म स्थान पर विवाद
फिल्म ‘आदिपुरुष’ में सीता माता के जन्म स्थान को लेकर विवाद जारी है। नेपाली सेंसर बोर्ड ने इस मुद्दे पर अपनी आपत्ति जताई है कि सीता माता का जन्म नेपाल के जनकपुर में हुआ था। इस बात को लेकर फिल्म में विवाद उत्पन्न हुआ था और फिल्म से उस डायलॉग को हटा दिया गया था।
हालांकि, इस मुद्दे को लेकर विभिन्न विचार हैं। कुछ लोगों का मानना है कि सीता माता का जन्म बिहार के सीतामढ़ी में हुआ था। इस मुद्दे को लेकर रिसर्च और शोध करने की मांग की जा रही है।
यह विवाद फिल्म की रिलीज से पहले ही उत्पन्न हो गया था। फिल्म मेकर्स ने इस बात को लेकर डायलॉग को हटा दिया था जिससे फिल्म को नेपाल में रिलीज करने की अनुमति मिली थी। लेकिन विवाद अभी भी जारी है।
फिल्म की बॉक्स ऑफिस कमाई में गिरावट
फिल्म से जुड़े विवादों के बावजूद फिल्म के कलेक्शन पर उनका कोई असर नहीं पड़ा है। दूसरे दिन फिल्म ने वर्ल्डवाइड 100 करोड़ रुपए का कलेक्शन करके दर्शकों को खुश कर दिया है। फिल्म ने पहले दिन से तुलना करते हुए दूसरे दिन कमाई में 40% की गिरावट देखने को मिली है। इसके बावजूद, फिल्म के कलेक्शन में अभी भी बढ़ोतरी देखी जा रही है
विवाद का मुद्दा उत्पन्न हुआ जब फिल्म के लेखक मनोज मुंतशिर ने घोषणा की, कि फिल्म में कुछ डायलॉग्स में संशोधन किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि उनका उद्देश्य किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था और यह परिवर्तन इस बात को सुनिश्चित करने के लिए किया जा रहा था कि फिल्म किसी भी तरह के अपमान का कारण न बने।
फिल्म आदिपुरुष पर प्रतिबंध की याचिका दायर
हालांकि, यह कदम सभी को खुश नहीं किया। मुंबई में एक न्यायालय में फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की एक याचिका दायर की गई है। याचिका में यह दावा किया गया है कि फिल्म धार्मिक असहिष्णुता को बढ़ावा दे रही है और सामुदायिक टेंशन का कारण बन सकती है।
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यह याचिका ‘हिंदू जनजागृति समिति’ नामक एक समूह द्वारा दायर की गई है। इस समूह ने दावा किया है कि फिल्म में भगवान राम को नकारात्मक दृष्टिकोण से दिखाया गया है और यह हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचा सकता है।
सोशल मीडिया पर विवाद और बहस
‘अदिपुरुष’ के विवाद से सोशल मीडिया पर बहस शुरू हो गई है, जहां कई लोग अपने विचार व्यक्त कर रहे हैं। कुछ लोग फिल्म का समर्थन करते हुए यह दावा कर रहे हैं कि यह कल्पनाशील है और इसे ज्यादा गंभीरता से नहीं लेना चाहिए। दूसरी तरफ लोग फिल्म को आलोचित करते हुए यह दावा कर रहे हैं कि यह हिंदुओं के विश्वासों के प्रति असंवेदनशील है।
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